मुसकान-मितु भुयाण..

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मुसकान

आसमान के सितारे……
गगंन के तारे……….
मिलकर कर रहे है…….
एक दुसरे से बाते…….
मुस्कुराए मुस्कुराए……..
बातोका खिलखिलाना……
उनके बात से सारा……
जगत टिमटिमा कर उठना…..
दुसरे ओर से सारा जाहान…
उनके ओर देखकर मुस्कुराये……
कयामत कि है यही राहे…….
जो हाम सबको दुखः मे भी….
हासाना नही चौरे……….

….मितु भुयाण……